कुलदीप यादव का जीवन परिचय | Kuldeep Yadav cricketer biography

कुलदीप यादव का जीवन परिचय | Kuldeep Yadav cricketer biography

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच वनडे सीरिज़ के दूसरे मैच में तीन विकेट हासिल करने वाले गेंजबाज़ कुलदीप यादव ने अपनी दमदार गेंदबाजी से सभी को चौंका दिया है। भारत की ओर से अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में हैट्रिक लेने वाले कुलदीप यादव तीसरे गेंदबाज बन गए है। उनसे पहले ऑलराउंडर कपिल देव और गेंदबाज चेतन शर्मा भारत की ओर से ऐसा कारनामा कर चुके है। कुलदीप को इस मुकाम तक पहुंचने में बहुत उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा है। आइये, भारतीय क्रिकेट के उभरते कलाकार कुलदीप यादव के
कुलदीप यादव का जीवन परिचय | Kuldeep Yadav cricketer biography
कुलदीप यादव का जीवन परिचय | Kuldeep Yadav cricketer biography
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की लाइफ और करियर के बारे में विस्तार से जानते है।

कुलदीप यादव का जन्म उत्तर प्रदेश के शहर लखनऊ में 14 दिसम्बर, 1994 को हुआ था। कुलदीप यादव बचपन से ही बड़े विनम्र स्वभाव के रहे है। दूसरों की मदद के मामले में भी कुलदीप हमेशा तत्पर रहते है। कुलदीप को क्रिकेट का शौक उनके पिता राम सिंह यादव से ही चढ़ा था। राम सिंह को भी क्रिकेट का शौक था लेकिन क्रिकेट के क्षेत्र में वह अपना करियर नहीं बना पाएं।

अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए कुलदीप यादव ने क्रिकेट की राह पकड़ी और पूरी तरह खुद को क्रिकेट के प्रति समर्पित कर दिया। कुलदीप के पिता एक ईंट का भट्टा चलाते है और उनकी मा सुमन एक हाउस वाइफ है। कुलदीप की तीन बड़ी बहनें भी है। घर में सभी को कुलदीप यादव से बड़ी उम्मीदें थी कि वह एक दिन जरुर पूरे परिवार का नाम रोशन करेगा। कुलदीप के सर पर क्रिकेट का जुनून इतनी बुरी तरह सवार था कि वह क्रिकेट के बिना अपनी ज़िन्दगी की कल्पना भी नहीं कर सकते थे।

एक इंटरव्यू के दौरान कुलदीप की बहन ने बताया था कि एक बार कुलदीप का सिलेक्शन अंडर 15 टीम में नही हो पाया था। इस वजह से कुलदीप अन्दर ही अन्दर काफी निराश हो गए थे और उन्होंने आत्महत्या करने की बात भी कही थी। लेकिन बहुतही जल्द कामयाबी ने कुलदीप यादव के घर पर दस्तक दी। कुलदीप यादव भारत के अकेले लेफ्ट हें चाइनामैन गेंदबाज है। चाइनामैन गेंदबाज का मतलब है जो बॉल को स्पिन कराने के लिए अपनी उंगलियों के बजाय कलाइयों का उपयोग करता है।

 इस तरह के गेंदबाज आसानी से बल्लेबाज को चकमा देने में कामयाब रहते है। कुलदीप यादव शुरुआत में एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। लेकिन कोच कपिल पांडे ने पाया कि वह स्पिन में ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर रहे है। कोच की बात मानकर कुलदीप ने अपनी स्पिन गेंदबाजी पर ध्यान देना शुरु कर दिया। कुलदीप यादव को 2012 में अंडर-19 वर्ल्डकप में शामिल किया गया। इस वर्ल्ड कप में कुलदीप ने हैट्रिक ली थी, जो किसी भारतीय अंडर-19 प्लेयर द्वारा ली गई पहली हैट्रिक थी।

इसके बाद उन्हें उसी साल आईपीएल की टीम मुंबई इंडियंस में जगह मिल गई। हालांकि उन्हें पूरे सीज़न बैंच पर बैठकर निकालना पड़ा। इसके बाद साल 2014 में टीम कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें लगभह 45 लाख रुपये देकर खरीदा। इस आईपीएल में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और जल्द ही कुलदीप को उनके अच्छे प्रदर्शन का इनाम भी मिल गया। साल 2014 में कुलदीप को वेस्ट इंडीज़ दौरे पर भेजा गया लेकिऩ पूरे टूर्नामेंट में कुलदीप को एक बार भी मैदान पर उतरने का मौका नहीं दिया गया।

साल 2017 में कुलदीप ने 25 मार्च को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला। अपने पहले मैच में ही कुलदीप ने शानदार 4 विकेट लिए और सिलेक्टर्स की नज़र में अपनी अलग पहचान बना ली। इसी साल उन्होंने वनडे और ट्वेंटी-ट्वेंटी मैचों में भी डेब्यू किया और हर फोर्मेट में दमदार प्रदर्शन किया है। भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ दूसरे वनडे में उन्होंनेहैट्रिक लेकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।

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